आज के आर्टिकल में हम जानने वाले हैं ,JIO के आने के बाद BSNL के दिन ठीक चल रहा था, या JIO से पहले ही BSNL सरेंडर कर दिए थे, ये सारी कहानी आज के इस ARTICAL में जानने वाले हैं ।
BSNL कब आया इंडिया में
BSNL की शुरुआत 15 सितंबर 2000 ई को हुई थी ,लेकिन कहानी इससे अलग है, 1 अक्टूबर 2000 से केंद्र सरकार के तत्कालीन दूरसंचार सेवा विभाग dts और दूरसंचार संचालन dto के दूरसंचार सेवा और नेटवर्क प्रबंधन के लिए बनाया गया था |भारत में दूरसंचार सेवाओं की व्यापक रेंज उपलब्ध कराने वाली सबसे बड़ी और प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों में से एकहै|
इंडिया का सबसे पुराना टेलीकॉम का क्या नाम है।
भारत संचार निगम लिमिटेड भारत की सबसे पुरानी टेलीकॉम कंपनी है। इसकी इतिहास का पता ब्रिटिश सरकार के पुराने जमाने से लगाया जा सकता है। भारत में दूरसंचार नेटवर्क की नवी अंग्रेजों ने 19वीं सदी के आपस रखी थी ,ब्रिटिश काल के दौरान 1850 में पहली टेलीग्राफ लाइन कोलकाता और डायमंड हार्बर के बिच स्थापित किया गया था
ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी में 1851 में टेलीग्राफ का इस्तेमाल करना शुरू किया और 1854 तक देश भर में टेलीग्राफ लाइन बिछाई गई।
भारत में सबसे पहले टेलीग्राफ कहां से कहां भेजा गया था |
भारत में सबसे पहले टेलीग्राम मुंबई से पुणे भेजा गया था 1885 में ब्रिटिश इंपीरियल लेजिसलेटिव काउंसिल द्वारा इंडियन टेलीग्राफ एक्ट पास किया गया था |
BSNL की टेलीग्राफ सेवाएं बंद कब हुआ |
15 जुलाई 2013 को भारत में टेलीग्राम सेवा बंद हो गई भारत में 160 साल तक इस सर्विस को उपलब्ध कराने के बाद BSNL ने 15 जुलाई 2013 को अपनी टेलीग्राफ सेवा बंद कर दी |
1855 में जनता के लिए टेलीग्राफ देने का काम शुरू किया | इस सेवा को 2010 में वेब आधारित मैसेज, सिस्टम पर अपग्रेड किया गया था, और इसे पूरे भारत में 182 टेलीग्राफ ऑफिस के माध्यम से पेश किया गया था |
भारत में land line company कोन था |
1990 में एक दौर था जब लैंडलाइन लोगों के लिए स्टेटस symbol हुआ करता था ,और लैंडलाइन देने वाले इकलौती कंपनी उसे समय भारत के अंदर BSNL था 1999 में जब (Dot) ने टेलिकॉम पॉलिसी लाई तब उसके बाद (MTANAL) को लैंडलाइन सेवा देने की मंजूरी मिली थी | 1990 से 2010 तक BSNL का बहुत अच्छा दिन था।
आप जिस तरह किसी विदेशी ब्रांड के फोन की लांचिंग के समय रातों-रात लाइन लगता है बुक करने की इस तरह की हाल BSNL की थी उसे दौर में इसकी लैंडलाइन फोन के लिए 6-6 महीना तक लाइन लगती पड़ती थी | एक दौर था जिस समय लैंडलाइन देश की पहचान बना हुआ था और उसे पूरी पहचान का भरपूर फायदा BSNL में नहीं उठाया था |
BSNL का पहला नाम क्या था |
BSNL का पहले नाम “दूरसंचार सेवा विभाग “ था 1 अक्टूबर 2000 को इसका नाम बदलकर भारतीय संचार निगम लिमिटेड BSNL कर दिया गया। BSNL एक PASU बिस्तर यह दिया गया कि BSNL की कार्य क्षमता बढ़ेगी और यह निजी कंपनी का मुकाबला अधिक पेशेवर तरीके से कर सकेगी ,इसके बाद BSNL ल में तेजी से विस्तार योजना पर काम शुरू कर दिया |
BSNL ने कब network बदला |
कंपनी ने 2000 में इंटरनेट 2002 में 2G मोबाइल इंटरनेट ,2005 में ब्रॉडबैंड सेवा और 2010 में 3G मोबाइल सेवा शुरू की. जो लगातार घटते गए BSNL की सांस अधिक कमाई लैंडलाइन कनेक्शन से ही होती थी मार्च 2018 का घाटा भरकर करीब 8000 करोड़ रूपया हो गया |
2006-7 में ग्राहक और रेवेन्यू के आधार सबसे बड़ी कंपनी BSNL
Company | Revenue | Profit |
BSNL 7.5cr | 4120Cr | 8240 cr |
Airtel 5cr | 18349cr | 4257 Cr |
Arco 4cr | 14420 cr | 3152 cr |
BSNL कब घाटे चलने लगा |
BSNL ने गांव में लाने नेटवर्क बिछाने के लिए भारी निवेश किया BSNL की 2008 की ओट रिपोर्ट में बताया गया कि ग्रामीण लैंडलाइन सेवा पर हर महीने प्रति कनेक्शन 702 रुपए खर्च हो जाता था लेकिन उसके बदले में सिर्फ 78 रुपया मिल रहे थे 2003 -2004 में कंपनी ग्रामीण लैंडलाइन में 9528 करोड़ रूपया का घाटा हुआ |
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1854 में टेलीग्राफ सेवाएं आम जनता के लिए खोला गया